दीवाली से पहले दिल्ली की हवा जहरीली होती जा रही है. हवा की क्वालिटी (Delhi Air Quality) बुधवार को एक बार फिर से गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है. दिल्ली-एनसीआर की हवा में पराली का धुआं घुलने की वजह से हर तरफ धुंध छाई हुई है. दिल्ली और नोएडा के आसमान में हर तरफ धुआं-धुआं नजर आ रहा है. इस जहरीली हवा में सांस लेना मुश्किल हो रहा है. प्रदूषण के मामले में बात अगर 10 टॉप 10 शहरों की करें तो पहले नंबर पर उत्तर प्रदेश का मुजफ्फरनगर है. वहीं दिल्ली इस लिस्ट में खराब एर क्वालिटी के साथ चौथे नंबर पर है. वहीं ग्रेटर नोएडा छठे और नोएडा 7वें नंबर पर है.

देश के उन टॉप 10 शहरों की लिस्ट सामने आ गई है, जहां आज हवा बेहद खराब है. इसमें पहले नंबर पर उत्तर प्रदेश का मुजफ्फरनगर है. दूसरे नंबर पर बहादुरगढ़, तीसरे नंबर पर हापुड़ और चौथे नंबर पर दिल्ली है. इस लिस्ट में पांचवें नंबर पर सिंगरौली और छठे नंबर पर ग्रेटर नोएडा है.वहीं नोएडा इस लिस्ट में सातवें नंबर पर है.

द्वारका की हवा सबसे खराब

दिल्ली का अलीपुर अब तक सबसे प्रदूशित इलाका दर्ज किया गया है. यहां हवा की गुणवत्ता 388 दर्ज की गई है. वहीं द्वारका सेक्टर-8 आज का एक्यूआई 339 दर्ज किया गया है.  आनंद विहार की हवा भी पिछले कई दिनों से लगातार खराब बनी हुई है.  दिल्ली में हवा की गुणवत्ता इतनी खराब हो गई है कि जीआरपी-1 लागू हो चुका है. पंजाब और हरियाणा में जलाई जा रही पराली की वजह से दिल्ली, नोएडा की हवा में जहर घुल रहा है, लेकिन ये मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं. प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है.

दिल्ली को फिलहाल प्रदूषण से राहत नहीं

दिल्ली की हवा की क्वालिटी हर गुजरते दिन के साथ गंभीर श्रेणी में पहुंचती जा रही है.  फिलहाल इस प्रदूषण से दिल्ली वालों को राहत मिलती नहीं दिख रही है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शनिवार तक हवा की गुणवत्ता खराब रहने की आशंका जताई है. इसके बाद तो हालात और भी खराब हो सकते हैं. दिल्ली-एनसीआर की हवा बेहद खराब श्रेणी में पहुंच सकती है.

पराली जलेगी, प्रदूषण बढ़ेगा

दिल्ली के आनंद विहार और जहांगीरपुरी की हला गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई है. जब कि द्वारका सेक्टर-8 और बवाना समेत 20 से ज्यादा जगहों पर हवा की गुणवत्ता बेहद खराब रही. दिल्ली की हवा जहरीली होने की सबसे बड़ी वजह हरियाणा-पंजाब में पराई जलाए जाना है. जब कि आम आदमी पार्टी का कहना है कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा पराली जलाई जा रही है. लेकिन इसका खामियाजा दिल्ली-नोएडा के लोगों को भुगतना पड़ रहा है.

सांस के मरीज सावधान, मास्क जरूर लगाएं

जिन लोगों को सांस संबंधी कोई भी परेशानी है, उनको इस वक्त संभलकर रहने की जरूरत है. बिना मास्क लगाए घर से बाहर न निकलें और पूरी तरह से एहतियात बरतें. बजुर्गों और बच्चों को भी सतर्क रहने की जरूरत है. ये दम घोंटू हवा है, इससे संभलकर रहें और अपना खास ध्यान रखें.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *