Bihari Tarjan Raja Yadav: बिहार का टार्जन आजकल खूब फेमस हो रहा है. बिहार के पश्चिम चंपारण के रहने वाले राजा यादव को लोगों ने बिहार टार्जन कहना शुरू कर दिया है. कारण है उनका लुक और बॉडी. 30 मार्च 2003 को बिहार के बगहा प्रखंड के पाकड़ गांव में जन्मे राज़ा यादव देश को ओलंपिक में गोल्ड मेडल दिलाना चाहते हैं. लिहाजा दिन-रात एकक़र फिजिकल फिटनेस के साथ-साथ रेसलिंग में जुटे हैं. राज़ा को कुश्ती विरासत में मिली है. दादा जगन्नाथ यादव पहलवान और पिता लालबाबू यादव से प्रेरित होकर राज़ा यादव ने सेना में भर्ती होने की कोशिश की. सफलता नहीं मिली तो अब इलाके के युवाओं के लिए फिटनेस आइकॉन बन गए हैं.
महज 22 साल की उम्र में राजा यादव ‘उसैन बोल्ट’ बन गए. संसाधनों की कमी राजा की राह में रोड़ा बन रहा है. राजा ने एनडीटीवी से कहा कि अगर उन्हें मौका और उचित प्रशिक्षण मिले तो वे पहलवानी में देश का भी प्रतिनिधित्व कर सकते हैं. राजा ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाने के लिए दिन रात मैदान में पसीना बहा रहे हैं. साथ ही अन्य युवाओं को भी पहलवानी के लिए प्रेरित कर रहे हैं.
राजा के सोशल मीडिया पर फॉलोवर 10 लाख के करीब पहुंच गए हैं.वह अपने वीडियो और रील सोशल मीडिया पर पोस्ट करते रहते हैं. यही कारण है कि अब उनकी पहचान बढ़ने लगी है. बाघा विधायक राम सिंह ने राजा यादव के आवास पर पहुंचकर उन्हें अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया. उन्होंने बताया कि खेल मंत्री से राजा यादव की खातिर जाकर मिलेंगे.उन्होंने कहा कि राजा यादव चीते जैसी दौड़ लगाते हैं और स्कॉर्पियो और बुलेट को पीछे छोड़कर आगे निकल जाते हैं. राजा 40 45 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ते हैं. स्थानीय समाजसेवी धीरज कुमार साहनी ने बताया कि राजा यादव पूरे बगहा समेत बिहार का नाम रोशन कर रहा है. हम लोग उसके लिए हर मदद करेंगे.