प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू से मुलाकात की. स्टेट हाउस पहुंचने पर पीएम मोदी का 21 तोपों की सलामी के साथ औपचारिक स्वागत किया गया. दोनों नेताओं के बीच एक बैठक हुई, जिसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई.
प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति टीनुबू के साथ अपनी गर्मजोशी भरी मुलाकात को याद किया. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच मित्रता के विशेष बंधन हैं, जो साझा अतीत, समान लोकतांत्रिक मूल्यों और लोगों के बीच मजबूत संबंधों द्वारा परिभाषित हैं.
पीएम मोदी ने देश में हाल ही में आई बाढ़ से हुए विनाश के लिए राष्ट्रपति टीनुबू को अपनी संवेदना व्यक्त की. राष्ट्रपति टीनुबू ने राहत सामग्री और दवाओं के साथ भारत से समय पर मिली सहायता के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया.
दोनों नेताओं ने भारत और नाइजीरिया के बीच रणनीतिक साझेदारी पर प्रकाश डाला और द्विपक्षीय संबंधों में सुधार के मुद्दों पर चर्चा की. रक्षा और सुरक्षा सहयोग बढ़ाने पर भी बैठक में चर्चा हुई.
दोनों नेताओं ने आतंकवाद, समुद्री डकैती और कट्टरपंथ से मिलकर लड़ने की अपनी प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की. पीएम मोदी ने नाइजीरिया को कृषि, परिवहन, सस्ती दवा, नवीकरणीय ऊर्जा और डिजिटल परिवर्तन में भारत के अनुभव की पेशकश की. राष्ट्रपति टीनूबू ने भारत द्वारा पेश विकास सहयोग साझेदारी और स्थानीय क्षमता, कौशल और पेशेवर विशेषज्ञता बनाने में इसके सार्थक प्रभाव की सराहना की.
राष्ट्रपति टीनुबू ने ‘वॉयस ऑफ द ग्लोबल साउथ समिट्स’ के माध्यम से विकासशील देशों की चिंताओं को उठाने के भारत के प्रयासों की सराहना की. दोनों नेताओं ने ‘ग्लोबल साउथ’ की विकास आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए मिलकर काम करने पर सहमति जताई.
प्रधानमंत्री मोदी ने इकोवास के अध्यक्ष के रूप में नाइजीरिया द्वारा निभाई गई भूमिका और बहुपक्षीय मंचों पर इसके योगदान की सराहना की.
नाइजीरियाई राष्ट्रपति के साथ बैठक के बाद पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “राष्ट्रपति टीनुबू के साथ बहुत ही उपयोगी चर्चा हुई. हमने अपनी रणनीतिक साझेदारी को और गति देने के बारे में चर्चा की. रक्षा, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, व्यापार, स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में संबंधों को और आगे बढ़ाने की अपार संभावनाएं हैं.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को पहली बार नाइजीरिया पहुंचे. यह यात्रा उनके तीन देशों के दौरे का हिस्सा है, जिसमें वे ब्राजील और गुयाना भी जाएंगे. पीएम मोदी पिछले 17 साल में नाइजीरिया जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं.
नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू ने अबुजा एयरपोर्ट पर पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया. इस यात्रा को भारत और नाइजीरिया के रिश्तों को मजबूत करने के लिए खास माना जा रहा है.
नाइजीरियाई राष्ट्रपति बोला टीनुबू ने प्रधानमंत्री मोदी को नाइजीरिया के सर्वोच्च सम्मान, ‘द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर’ (जीसीओएन) से सम्मानित किया.
इसी के साथ पीएम मोदी नाइजीरिया का यह सर्वोच्च सम्मान पाने वाले विश्व की दूसरी बड़ी शख्सियत बन गए हैं. इससे पहले महारानी एलिजाबेथ एकमात्र विदेशी हस्ती हैं, जिन्हें 1969 में इस सम्मान से नवाजा गया था.
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, “नाइजीरिया के राष्ट्रीय सम्मान ‘द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर’ से सम्मानित किए जाने पर मैं आपका, नाइजीरिया की सरकार और लोगों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं. मैं इस सम्मान को विनम्रता और आदर भाव से स्वीकार करता हूं. मैं इस सम्मान को 140 करोड़ भारतवासियों और भारत-नाइजीरिया की गहरी मित्रता को समर्पित करता हूं.”