सीबीआई ने शुक्रवार को नीट यूजी 2024 के प्रश्न पत्र चोरी मामले में पांच आरोपियों के खिलाफ पटना की सीबीआई स्पेशल कोर्ट में पांचवीं चार्जशीट दायर की. अब तक 45 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर किया जा चुका है. NEET-UG पेपर लीक मामले का पता सबसे पहले बिहार की राजधानी पटना में चला था. इसके बाद बिहार पुलिस हरकत में आई थी और उसने पेपर लीक मामले में कई लोगों को हिरासत में लिया था.
यह चार्जशीट भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराओं 120-बी (आपराधिक साजिश), 109 (अपराध के लिए उकसाना), 409 (आपराधिक विश्वासघात), 420 (धोखाधड़ी), 380 (चोरी), 201 (साक्ष्य मिटाना) और 411 (बेईमानी से चोरी की संपत्ति प्राप्त करना) के तहत दायर किया गया है. इसके अलावा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (2018 संशोधित) की धारा 13(2) सहपठित धारा 13(1)(a) के तहत भी आरोप लगाए गए हैं.
ये पांचवी चार्जशीट जिन पांच आरोपियों के ख़िलाफ़ दायर की गई, उनमें शामिल हैं- अमित कुमार सिंह (निवासी धनबाद, झारखंड), सुदीप कुमार (निवासी बोकारो, झारखंड), युवराज कुमार (निवासी बोकारो, झारखंड), अभिमन्यु पटेल (निवासी नालंदा, बिहार) और अमित कुमार (निवासी पटना, बिहार). इस मामले में सीबीआई ने अब तक कुल 45 लोगों के ख़िलाफ़ चार्जशीट दायर की है जो अभी न्यायिक हिरासत में सलाखों के पीछे हैं.
कब-कब दायर हुई चार्जशीट
सीबीआई ने इससे पहले चार चार्जशीट 1 अगस्त 2024, 19 सितंबर 2024, 5 अक्टूबर 2024, और 7 नवंबर 2024 को दायर की थीं, जिनमें 40 अन्य आरोपियों को नामजद किया गया था. इस मामले की जांच सीबीआई ने 23 जून 2024 को शास्त्री नगर पुलिस स्टेशन (पटना) में दर्ज एफआईआर के आधार पर शुरू की थी.
जांच में सीबीआई को मिली अहम जानकारी
जांच के दौरान, सीबीआई ने उन उम्मीदवारों के नामों की पहचान कर ली है, जो चोरी के प्रश्न पत्र या अनुचित तरीकों से लाभान्वित हुए थे. इसके अलावा, उन एमबीबीएस छात्रों के नाम भी उजागर किए गए हैं, जिन्होंने चोरी किए गए प्रश्न पत्र हल किए थे या फिर सेंटर पर किसी और की पहचान साथ उपस्थित थे. इन नामों को राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) और शिक्षा मंत्रालय के साथ साझा किया गया है. सीबीआई की जांच अभी भी जारी है.