विश्व एड्स दिवस पर गुजरात राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी (GSACS) और राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (NACO) के सहयोग से गुजरात सरकार व्यापक जागरूकता अभियान आयोजित करेगी. इस वर्ष की थीम “टेक द राइटस पाथ: माय हेल्थ, माय राइट” का उद्देश्य HIV संक्रमित व्यक्तियों के अधिकारों की रक्षा करते हुए उन्हें सम्मानजनक जीवन देना है. उल्लेखनीय है कि गुजरात सरकार ने GSACS के साथ मिलकर पिछले 7 महीनों में 22 लाख 50 हजार से अधिक व्यक्तियों तक HIV से संबंधित परामर्श, परीक्षण और उपचार की सेवाएँ पहुंचाई है.
इन कार्यक्रमों में राज्यभर में रैलियां, नाटक, चित्रकला, पोस्टर, रंगोली प्रतियोगिताएं, प्रश्नोत्तरी और निबंध लेखन जैसे आयोजन होंगे. इसके साथ ही, सार्वजनिक स्थानों, बसों, ट्रेनों और LED स्क्रीन के माध्यम से भी संदेश प्रसारित किए जाएंगे. सरकारी विभागों, निजी कंपनियों, एनजीओ और शैक्षणिक संस्थानों के सहयोग से यह अभियान सफल बनाने का प्रयास होगा.
2019 की तुलना में HIV प्रसार और HIV संक्रमण दर घटी
गुजरात सरकार और गुजरात राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी के संयुक्त प्रयास से राज्य ने HIV नियंत्रण में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं. NACO के आँकड़ों के अनुसार गुजरात में अनुमानित वयस्क एचआईवी प्रसार में 2019 में 0.20% से घटकर 2023 में 0.19% हो गई है. इसी तरह, वर्ष 2019 में HIV संक्रमण दर प्रति 1,00,000 असंक्रमित व्यक्तियों में 6 व्यक्ति से घटकर वर्ष 2023 में 4 व्यक्ति हो गई है.
“इंडेक्स टेस्टिंग अभियान” में निर्धारित लक्ष्य से 91,550 से अधिक HIV-पॉजिटिव व्यक्तियों को मिली सेवाएँ
GSACS के अनुसार 1 अप्रैल 2024 से 31 अक्टूबर 2024 तक गुजरात में “इंडेक्स टेस्टिंग अभियान” के तहत 91,550 से अधिक HIV-पॉजिटिव व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें उचित परामर्श और जाँच-उपचार सेवाएँ दी गई हैं. इसी तरह, “इंटीग्रेटेड हेल्थ अभियान” के तहत भी 325 शिविर आयोजित कर HIV, टीबी, हेपेटाइटिस B&C और STI की स्क्रीनिंग और उपचार सेवाएँ दी गई है.
60 सरकारी STI नियंत्रण केंद्रों से 98,398 मरीजों को मिली जाँच-उपचार सेवाएँ
STI नियंत्रण कार्यक्रम के तहत गुजरात में कार्यरत 60 सरकारी STI नियंत्रण केंद्रों से 98,398 मरीजों को जाँच-उपचार की सेवाएँ दी गई हैं. इसी तरह, राज्य के बेसिक सेवा प्रभाग में भी 2,600 से अधिक HIV परीक्षण सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिनमें इस समयावधि में 11,93,988 व्यक्तियों का HIV परीक्षण किया गया, जिनमें पाए गए 4729 (0.39%) HIV पॉजिटिव व्यक्तियों को उचित परामर्श और उपचार सुविधा उपलब्ध कराई गई है.
इतना ही नहीं, राज्य सरकार के प्रिवेन्शन ऑफ पैरेन्ट टू चाइल्ड ट्रान्समिशन ऑफ HIV/AIDS कार्यक्रम के तहत 8 लाख 96 हजार से अधिक गर्भवती महिलाओं का भी HIV परीक्षण किया गया, जिनमें से 295 (0.03%) गर्भवती महिलाएँ HIV पॉजिटिव पाई गईं, जिसके बाद उन्हें उचित परामर्श और उपचार सुविधाएँ प्रदान की गईं.
गुजरात में HIV रोकथाम, परीक्षण और उपचार के लिए व्यापक इन्फ्रास्ट्रक्चर की सुविधा
HIV रोकथाम व जाँच-उपचार के लिए गुजरात में 105 गैर-सरकारी संगठनों और 2 ओपिओइड सब्स्टीट्यूशन थेरेपी (OST) केंद्रों के माध्यम से जागरूकता और रोकथाम की गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं. साथ ही, राज्य में 261 ICTC केंद्रों (3 मोबाइल वैन सहित) और 2400 से अधिक स्क्रीनिंग केंद्रों के माध्यम से नि:शुल्क HIV परीक्षण की सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. इतना ही नहीं, HIV संक्रमित व्यक्तियों के लिए 48 एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी (ART) केंद्रों और 59 लिंक ART केंद्रों पर नि:शुल्क दवाइयां भी दी जा रही हैं.
HIV रोकथाम के लिए राज्य सरकार का संदेश और ध्येय
गुजरात सरकार HIV पीड़ित व्यक्तियों के अधिकारों की सुरक्षा करते हुए उनके प्रति किसी भी प्रकार के कलंक और भेदभाव को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है. HIV/एड्स (रोकथाम और नियंत्रण) अधिनियम, 2017 के तहत राज्य सरकार ने इस दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. विश्व एड्स दिवस के अवसर पर राज्यभर में आयोजित गतिविधियों का उद्देश्य जागरूकता बढ़ाना और एक समावेशी समाज का निर्माण करना है. नए संक्रमणों की रोकथाम, जागरूकता का प्रसार और गुणवत्तापूर्ण उपचार प्रदान करना राज्य के प्रयासों का मुख्य केंद्र बना रहेगा.