वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में भगोड़े विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी पर सरकार ने अभी तक क्या कार्रवाई की है, इसे लेकर अपना जवाब दिया. उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियां लगातार इन भगोड़े की संपत्ति को जब्त कर बैंकों को हुए नुकसान की भरपाई करने में जुटी है. वित्त मंत्री ने सदन में कहा कि प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने भगोड़े विजय माल्या की 14,131.6 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त कर उसे पब्लिक सेक्टर बैंकों को वापस कर दिया है. उन्होंने अपने संबोधन में आगे कहा कि ईडी ने पीड़ितों या सही दावेदारों को 22,280 करोड़ रुपये की संपत्तियां वापस कर दी हैं.
‘हमने की 2565 से ज्यादा की संपत्ति जब्त’
नीरव मोदी मामले पर सदन को जानकारी देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि हमने 1,052.58 करोड़ रुपये की संपत्ति को पब्लिक सेक्टर बैंकों और प्राइवेट बैंकों को वापस कर दिया है. जबकि मेहुल चोकसी मामले में 2565.90 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है और उसे जल्द ही नीलाम किया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि नेशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड मामले में धोखाधड़ी का शिकार हुए निवेशकों को 17.47 करोड़रुपये की संपत्ति को वापस कर दिया गया है.
‘कोई भले कहीं चला जाए हम पीछा नहीं छोड़ते’
सदन को संबोधित करते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि मैं आपको बताना चाहती हूं कि पीएमएलए के मामले में ईडी ने प्रमुख मामलों से करीब 22,280 करोड़ रुपये की संपत्ति सफलतापूर्वक वापस हासिल की है. हमने किसी को नहीं छोड़ा है, भले ही वो देश छोड़कर ही क्यों ना भाग गए हों.हम उने पीछे पड़ेरहे हैं. ईडी ने ये पैसा इकट्ठा किया और बैंकों को वापस दे दिया है.
विदेशी काले धन के संबंध में निर्मला सीतारमण ने कहा कि 2015 का काला धन अधिनियम वास्तव में बहुत से करदाताओं पर निवारक प्रभाव डाल रहा है और वे अपनी विदेशी संपत्तियों का खुलासा करने के लिए खुद आगे आ रहे हैं. विदेशी संपत्तियों का खुलासा करने वाले करदाताओं की संख्या 2024-25 में 2 लाख हो गई है, जो 2021-22 में 60,467 थी.