केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की टिप्पणी को लेकर संसद में विपक्ष का प्रदर्शन हो रहा था. इस प्रदर्शन के दौरान भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रताप चंद्र सारंगी घायल हो गए. बीजेपी सांसद प्रताप चंद्र सारंगी ने कहा, “राहुल गांधी ने एक सांसद को धक्का दिया जो मेरे ऊपर गिर गया जिसके बाद मैं नीचे गिर गया. मैं सीढ़ियों के पास खड़ा था, जब राहुल गांधी आए और एक सांसद को धक्का दिया जो मेरे ऊपर गिर गया.”
#WATCH दिल्ली: बीजेपी सांसद प्रताप चंद्र सारंगी ने कहा, “राहुल गांधी ने एक सांसद को धक्का दिया जो मेरे ऊपर गिर गया जिसके बाद मैं नीचे गिर गया…मैं सीढ़ियों के पास खड़ा था जब राहुल गांधी आए और एक सांसद को धक्का दिया जो मेरे ऊपर गिर गया…” pic.twitter.com/ymVXHqAp8F
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 19, 2024
घायल बीजेपी सांसद ने क्या बताया
सोशल मीडिया पर जो वीडियो सामने आया है, उसमें वो बता रहे हैं कि राहुल गांधी से एक एमपी को धक्का लगा और वो मेरे ऊपर गिर पड़े. जब वहां मौजूद पत्रकारों ने पूछा कि किसने धक्का मारा, तो उन्होंने जवाब में कहा राहुल गांधी ने. सारंगी ने कहा कि मैं सीढ़ियों के ऊपर खड़ा था. तब उन्होंने एक एमपी को धक्का मारा, जिसके बाद वो मेरे ऊपर गिरे और मुझे चोट लग गई है. वीडियो में सारंगी के कनपटी से खून भी निकलता नजर आ रहा है.
बीजेपी सांसद प्रताप सिंह सारंगी
राहुल गांधी ने धक्का देने पर क्या कहा
लोकसभा नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, “मैं संसद के प्रवेश द्वार से अंदर जाने की कोशिश कर रहा था, तो भाजपा सासंद मुझे रोकने की कोशिश कर रहे थे…मुझे धमका रहे थे, तो यह हुआ है…यह संसद का प्रवेश द्वार है और हमारा अंदर जाने का अधिकार है…मुख्य मुद्दा यह है कि वे संविधान पर आक्रमण कर रहे हैं…” इंडिया गठबंधन के सांसदों ने संसद भवन के मकर द्वार की दीवार पर चढ़कर विरोध प्रदर्शन किया और राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बाबासाहेब अंबेडकर पर की गई टिप्पणी के लिए उनसे माफी मांगने और इस्तीफे की मांग की.
सदन में भी जमकर हंगामा
बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर से संबंधित गृह मंत्री अमित शाह की एक टिप्पणी को लेकर बृहस्पतिवार को लोकसभा में हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही आरंभ होने के कुछ देर बाद ही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने शाह की टिप्पणी से जुड़ा विषय सदन में उठाने का प्रयास करते हुए हंगामा किया तो सत्तापक्ष के सदस्यों ने भी मुख्य विपक्षी दल पर संविधान निर्माता के अपमान का आरोप लगाते हुए विरोध किया.