अयोध्या में मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग पर विवादित टिप्पणी की है. साथ ही साथ सपा अध्यक्ष ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं. अखिलेश यादव ने भाजपा पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करने का आरोप लगाया है. अपने आरोपों को लेकर अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी किया है. उन्होंने इस पोस्ट में लिखा है कि यह भाजपा का चुनाव लड़ने का तरीका है. चुनाव आयोग मर गया है, सफेद कपड़ा हमें भेंट करना पड़ेगा.
![Latest and Breaking News on NDTV Latest and Breaking News on NDTV](https://c.ndtvimg.com/2025-02/etpoh13g_yadav_625x300_06_February_25.jpg)
BJP का पलटवार
अखिलेश यादव के बयान पर भाजपा ने पलटवार किया है. केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने इस मामले पर कहा कि अखिलेश जी इतने पढ़े-लिखे व्यक्ति हैं और इस तरह का भाषा के इस्तेमाल करते हैं यह सोच ही गलत है. चुनाव आयोग की बदौलत ही आप इतनी बड़ी पार्टी के नेता बन कर सदन में बैठे हैं, आपने पहले क्यों नहीं सवाल उठाया चुनाव आयोग पर. आज अगर इतनी तकलीफ है तो अपने विधायक और सांसदों को बोलिए ना इस्तीफा देने के लिए जिस तरह का भाषा के इस्तेमाल कर रहे हैं यह पढ़े लिखे लोगों को शोभा नहीं देता है.
#WATCH दिल्ली: समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर लगे आरोपों पर कहा, “यह भाजपा का चुनाव लड़ने का तरीका है। चुनाव आयोग मर गया है, सफेद कपड़ा हमें भेंट करना पड़ेगा।” pic.twitter.com/LXJWZV4bjA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 6, 2025
अखिलेश यादव ने इससे पहले दावा किया था कि पुलिस-प्रशासन का रवैया अलोकतांत्रिक रहा. दर्जनों बूथों पर समाजवादी पार्टी के बूथ एजेंटों को डराया-धमकाया गया. सपा प्रमुख ने आरोप लगाया था कि भाजपा ने मिल्कीपुर में बेईमानी के लिए हर तरह के हथकंडे अपनाए. भाजपा के गुंडों ने मिल्कीपुर उपचुनाव को प्रभावित करने के लिए अराजकता की. पुलिस-प्रशासन का उन्हें खुला संरक्षण मिला. पुलिस-प्रशासन ने भाजपा के गुंडों को खुली छूट देकर चुनाव आचार संहिता का घोर उल्लंघन किया.
![](https://c.ndtvimg.com/2025-01/jllop74g_akhilesh-yadav-on-yogi-adityanath_625x300_04_January_25.jpg?im=FeatureCrop,algorithm=dnn,width=1200,height=738?im=Resize=(88,88))
अखिलेश यादव
मतदाताओं को वोट नहीं डालने दिए
अखिलेश यादव ने दावा किया कि मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में कई मतदान केन्द्रों पर समाजवादी पार्टी के एजेंटों को या तो बाहर कर दिया गया या एजेंट ही नहीं बनाया गया. ज्यादातर बूथों पर ईवीएम खराब होने की शिकायतें मिलीं. सपा नेता ने कहा कि ईवीएम तो कई जगह खराब रही परन्तु कुटिया अमानीगंज में दो घंटे से ज्यादा मशीन खराब रही और मतदान बाधित रहा. उन्होंने कहा कि पर्ची के बावजूद कई जगहों पर मतदाताओं को वोट नहीं डालने दिया गया. उन्होंने आगे कहा कि मुस्लिम महिलाओं का बुर्का हटाकर उनकी पहचान करने के बहाने उन्हें ‘‘भयभीत और अपमानित” किया गया.
उपचुनाव में 65.35 फीसद मतदान हुआ
उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर की जनता ने उपचुनाव में अपना 2022 का रिकॉर्ड तोड़ा है. मतदाताओं ने वोटों की बारिश की है. 2022 में हुए अब तक के सर्वाधिक 60.23 फीसद मतदान को पीछे छोड़ते हुए उपचुनाव में 65.35 फीसद मतदान हुआ हैं. चुनाव आयोग के अनुसार मिल्कीपुर विधानसभा में सभी 414 मतदेय स्थलों में मतदान सकुशल संपन्न हुआ था. मिल्कीपुर विधानसभा में अनुमानित मतदान 65.35 प्रतिशत हुआ है, जबकि 2022 के विधानसभा चुनाव में यहां मतदान 60.23 फीसदी हुआ था.
ये भी पढ़ें- Exit Poll का ‘MMM’ फैक्टर क्या बदल देगा दिल्ली चुनाव का पूरा खेल, यहां समझिए हर बात