Researchers discover aging ‘hotspot’ in the brain : उम्र बढ़ने (Aging ) की प्रोसेस में ब्रेन (Brain) बहुत अहम भूमिका निभाता है. उम्र के बढ़ने का असर हमारी सेहत (Health) पर पड़ता है और हमारे काम करने और सोचने समझने की क्षमता में कमी आने लगती है. दुनिया भर में उम्र के असर को कम करने के लिए तरह तरह की खोज जारी हैं. हाल ही में कुछ वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि उन्होंने ब्रेन की उन खास सेल्स की की पहचान कर ली है जो इस प्रोसेस का कंट्रोल करते हैं. एलन इंस्टीट्यूट में हुए इस स्टडी में ब्रेन के उस हॉट स्पॉट का पता लगाया गया है, जहां उम्र के बढ़ने के साथ साथ काफी बड़े चेंजेस आते हैं. स्टडी के अनुसार इस खोज से उम्र से संबंधित बीमारियों के ट्रीटमेंट में काफी मदद मिल सकती है. आइए जानते हैं इस नई स्टडी में क्या पता चला और उससे हमारे जीवन में क्या बदलाव आ सकते हैं….

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मेटाबॉलिज्म कम होने से सेहत पर पड़ने लगता है असर  

इस स्टडी को करने वाली टीम में शामिल और सिएटल के एलन इंस्टीट्यूट फॉर ब्रेन साइंस के डायरेक्टर हांगकूई जेंग के अनुसार ह्यमन ब्रेन में हजारों तरह की सेल्स होती हैं और वे कई तरह के काम करती हैं. स्टडी में पता चला कि उम्र बढ़ने के प्रति से सेल्स अलग अलग तरह से संवेदनशील होती हैं. स्टडी में 847 तरह के सेल्स को ग्रुप में रखकर 2,500 जीनों की पहचान की गई जो उम्र बढ़ने के साथ बदलते हैं. उम्र बढ़ने के साथ उनसे जुड़े सेल्स में सूजन में वृद्धि और न्यूरोनल फंक्शन में कमी देखी गई. सबसे ज्यादा बदलाव हाइपोथैलेमस में नजर आई. यह ब्रेन का वह हिस्सा है, जो खाना खाने, एनर्जी बेलेंस और मेटाबॉलिज्म ये जुड़ा होता है. यही उम्र बढ़ने के लिए हॉटस्पॉट की तरह काम करता है. ज़ेंग के अनुसार एजिंग के साथ संज्ञानात्मक समस्याओं का संबंध डाइट, लाइफ स्टाइल से जुड़ा हो सकता है.

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बेहतर मेटाबॉलिज्म एजिंग हो सकती है स्लो

स्टडी के रिजल्ट इस कॉन्सेप्ट के पक्ष में हैं कि हेल्दी लाइफ स्टाइल से मेटाबॉलिज्म को बेहतर रखकर कर एजिंग को स्लो करने में मदद मिल सकती है. इससे उम्र बढ़ने के साथ होने वाली बीमारियों का खतरा भी कम किया जा सकता है. से संबंधित मस्तिष्क रोगों के जोखिम को कम किया जा सकता है. उम्मीद यह है कि इस स्टडी से प्रभावित होने वाले सेल्स के काम में सुधार करने और न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारियों को रोकने में मदद मिल सकती है.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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