Germany Election Result Exit Poll: जर्मनी ने मतदाताओं ने रविवार को नई सरकार के लिए मतदान किया. मतदान समाप्त होने के बाद अब रिजल्ट का इंतजार है. लेकिन उससे पहले आए एग्जिट पोल में मध्य दक्षिणपंथी विपक्षी दल के नेता फ्रेडरिक मर्ज को बढ़त मिलती नजर आ रही है. एग्जिट पोल में फ्रेडरिक मर्ज़ के नेतृत्व वाली CDU/CSU गठबंधन को चुनावों में 28.5 से 29 प्रतिशत वोटों के साथ जीत मिलने की बात कही गई है.

AfD का कद बढ़ा, लेकिन सत्ता दूर

जर्मनी के पब्लिक ब्रॉडकास्टर ARD और ZDF के शुरुआती आंकड़ों के अनुसार 19.5 से 20 प्रतिशत के साथ अतिवादी दक्षिणपंथी, प्रवासन विरोधी ‘ऑल्टरनेटिव फॉर जर्मनी’ (AfD) दूसरे स्थान पर है. हालांकि 2021 में हुए पिछले चुनाव के मुकाबले AfD का प्रदर्शन करीब दोगुना हुआ है. 

AfD को मिली बढ़त प्रवासियों पर हुए घातक हमलों के बाद आव्रजन और सुरक्षा को लेकर लोगों के डर और बीमार अर्थव्यवस्था की चिंताओं के कारण हुई. लेकिन मजबूत परिणामों के बावजूद, AfD अभी सत्ता से बाहर रहने वाला है, क्योंकि इसके संभावित गठबंधन सहयोगी साथ आने से इनकार कर चुके हैं. 

एग्जिट पोल सही हुए तो फ्रेडरिक मर्ज का चांसलर बनना तय

यदि वोटों की अंतिम गिनती में एग्जिट पोल जैसे नतीजे आते हैं तो फ्रेडरिक मर्ज़ का यूरोप की शीर्ष अर्थव्यवस्था का अगला चांसलर बनना लगभग तय है. लेकिन संसद में बहुमत हासिल करने के लिए फ्रेडरिक मर्ज को एक या अधिक पार्टियों के साथ मिलकर काम करना होगा. जिसमें संभवतः निवर्तमान चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ की सोशल डेमोक्रेट्स (एसपीडी) पार्टी उनके साथ हो सकती है.

एग्जिट पोल में SPD ने 16 से 16.5 प्रतिशत के बीच जर्मनी के युद्ध-पश्चात लोकतंत्र के इतिहास में अपना सबसे खराब परिणाम दर्ज किया. एग्जिट पोल के अनुसार, CDU/CSU के एक अन्य संभावित भागीदार ग्रीन्स को 12 से 13.5 प्रतिशत वोट मिले. 

व्यापार समर्थक फ्री डेमोक्रेट्स (एफडीपी), जो हाल तक सरकार में थे, पांच प्रतिशत की सीमा के आसपास थे, और एक अन्य अति-वामपंथी पार्टी, बीएसडब्ल्यू भी लगभग पांच प्रतिशत की सीमा के आसपास थी.

जर्मनी नाटो का एक प्रमुख सदस्य

चुनाव के दौरान भी मध्य-दक्षिणपंथी विपक्ष की जीत की संभावना अधिक बताई गई थी.  ज्यादातर सर्वेक्षणों से पता चलता है कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से किसी भी दक्षिणपंथी पार्टी को सबसे मजबूत परिणाम मिलने की संभावना है. जर्मनी 27 देशों वाले यूरोपीय संघ में सबसे अधिक आबादी वाला देश है और नाटो का एक प्रमुख सदस्य है. यह अमेरिका के बाद यूक्रेन का दूसरा सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता रहा है.

मूल समय से 7 महीने पहले हो रहा चुनाव

बताते चले कि यह चुनाव मूल रूप से तय समय से सात महीने पहले हो रहा है, क्योंकि नवंबर में मध्य वामपंथी चांसलर ओलाफ शोल्ज का गठबंधन टूट गया था, तीन साल का कार्यकाल अंदरूनी कलह से प्रभावित रहा था. मतदाताओं में व्यापक असंतोष है तथा किसी भी उम्मीदवार के प्रति कोई खास उत्साह नजर नहीं आ रहा है.

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