Samajwadi Party Targeting Rahul Gandhi: महाकुंभ में स्नान भी राजनीति में विवाद बन गया है. कर लिया तो सनातन प्रेमी और न किया तो सनातन विरोधी. ताज़ा विवाद के सेंटर में हैं राहुल गांधी. जिनके प्रयागराज महाकुंभ में जाने को लेकर कई बार खबरें आईं. सूत्रों के हवाले से. पर ये खबर झूठी निकली. राहुल गांधी महाकुंभ के दौरान रायबरेली तक आए. अपने संसदीय क्षेत्र का दो दिनों तक दौरा किया. पर राहुल गांधी प्रयागराज नहीं गए. जबकि साल 2019 के कुंभ में राहुल और प्रियंका ने स्नान किया था. बीजेपी अब भाई बहन को सनातन विरोधी बता रही है. यहां तक तो सब ठीक है. पर अब तो समाजवादी पार्टी भी इस झगड़े में कूद गई है. सपा की तरफ़ से राहुल गांधी को चुनावी हिंदू बताया जा रहा है. 

कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का गठबंधन है. दोनों साथ मिलकर चुनाव लड़े. पर अब महाकुंभ में डुबकी लगाने को लेकर दोनों पार्टियों में ठन गई है. अखिलेश यादव ने संगम में स्नान किया. उन्होंने ग्यारह डुबकी लगाई. हर डुबकी का मतलब बताया. महाकुंभ में कई संतों से मुलाक़ात की. पर रायबरेली जाकर भी राहुल गांधी डुबकी लगाने नहीं गए. पर अखिलेश के करीबी नेता आई पी सिंह ने अब राहुल को ही लपेट लिया है. 

आईपी सिंह समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता हैं. सिंह लिखते हैं, राहुल और उनकी बहन प्रियंका ने साबित कर दिया कि वे सनातन और संस्कृति विरोधी हैं. आईपी सिंह ने आरोप लगाया कि सोनिया और प्रियंका तो ईसाई हैं पर राहुल को तो जाना चाहिए था. आईपी सिंह ने सोशल मीडिया में एक और पोस्ट करते हुए राहुल गांधी से विपक्ष के नेता पद से इस्तीफ़ा देने की मांग की है. उन्होंने अखिलेश यादव को विपक्ष का नेता बनाने की अपील की है. 

बीजेपी आनंद में

समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के इस झगड़े में बीजेपी को आनंद मिल रहा है. पार्टी के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी कहते हैं इंडिया गठबंधन ने पहले महाकुंभ को बदनाम किया पर जब देखा कि लोगों की तो इसमें बड़ी आस्था है तो अब राहुल गांधी को डुबोने में लगे हैं. राहुल गांधी का संगम में स्नान न करना अब मुद्दा बनता जा रहा है. वैसे यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय का दावा है कि राहुल और प्रियंका के बदले उन्होंने डुबकी लगा ली है. दिलचस्प ये है कि राहुल पर आरोप लगाने वाले समाजवादी पार्टी नेता आईपी सिंह पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है.

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