Vitamin D Deficiency: विटामिन डी हमारे शरीर के लिए एक जरूरी पोषक तत्व है, जो हड्डियों की मजबूती, मांसपेशियों की सेहत और इम्यून सिस्टम के काम करने की कैपेसिटी के लिए जरूरी है. इसके लेवल का ठीक से बना रहना हमारी कम्प्लीट हेल्थ को इफेक्ट करता है. विटामिन डी की कमी से कई प्रकार की हेल्थ प्रॉब्लम हो सकती हैं, जिनसे बचाव और ट्रीटमेंट की जरूरत होती है. आज के इस आर्टिकल में हम विटामिन डी की कमी के लक्षण, इसके कारण और इलाज के बारे में विस्तार से जानेंगे.

विटामिन डी की कमी के लक्षण (Symptoms of Vitamin D Deficiency)

1. मांसपेशियों में दर्द

विटामिन डी की कमी के कारण मांसपेशियों में कमजोरी और दर्द हो सकता है. यह विटामिन आपकी मांसपेशियों को हेल्दी रखने के लिए जरूरी होता है.

2. जरूरत से ज्यादा खाना

विटामिन डी की कमी वाले व्यक्ति को भूख ज्यादा लग सकती है और वे ज्यादा खा सकते हैं. यह सेटिस्फैक्शन की कमी के कारण होता है. जो विटामिन डी की कमी के संकेत के रूप में देखा जाता है.

यह भी पढ़ें: सुबह कुछ खाने से आधे घंटे पहले पी लें सौंफ का पानी, फिर जो होगा आप कल्पना भी नहीं कर सकते

3. हड्डियों में दर्द

विटामिन डी का मुख्य काम हड्डियों को हेल्दी रखना है. इस विटामिन के बिना हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, जिससे दर्द और टूट-फूट हो सकती है.

4. थकान और कमजोरी

विटामिन डी सेल्स की मेटाबॉलिक प्रोसेस में मदद करता है. इसकी कमी से शरीर में थकान और कमजोरी महसूस हो सकती है, जिससे नॉर्मल काम भी मुश्किल हो सकता है.

5. बालों का झड़ना

यह विटामिन बालों के विकास के लिए भी जरूरी है. अगर शरीर में विटामिन डी की कमी हो, तो बालों का झड़ना बढ़ सकता है, क्योंकि बालों के रोम सायकल प्रभावित होता है.

यह भी पढ़ें: रात को पानी में भिगोकर सुबह खा लें अंजीर, फिर जो होगा आप सोच भी नहीं सकते

विटामिन डी की कमी के कारण (Causes of Vitamin D Deficiency)

विटामिन डी की कमी के कई कारण हो सकते हैं. इन कारणों में जीवनशैली, पर्यावरण और हेल्थ प्रॉब्लम्स शामिल हैं. जैसे-

डार्क स्किन कलर: डार्क स्किन वाले लोग सूरज की रोशनी से पर्याप्त विटामिन डी प्राप्त नहीं कर पाते हैं, क्योंकि उनकी स्किन में मेलानिन का लेवल ज्यादा होता है.

कम धूप वाले इलाके में रहना: ऐसी जगहों पर जहां धूप कम मिलती है, विटामिन डी की कमी आम हो सकती है.

मोटापा: ज्यादा वजन या मोटापा होने पर शरीर में विटामिन डी का अब्सॉर्प्शन कम हो सकता है.

वेज फूड: नॉनवेज फूड में विटामिन डी ज्यादा होता है. वेजिटेरियन व्यक्ति अगर पर्याप्त विटामिन डी वाले फूड का सेवन नहीं करते हैं, तो उन्हें यह कमी हो सकती है.

बढ़ती उम्र: उम्र बढ़ने के साथ शरीर में विटामिन डी का उत्पादन कम हो जाता है, जिससे यह कमी हो सकती है.

विटामिन डी की कमी का इलाज | Treatment of Vitamin D Deficiency

विटामिन डी की कमी का इलाज मुख्य रूप से फूड और सप्लीमेंट्स के जरिए किया जाता है. हालांकि, सूरज की रोशनी से विटामिन डी का अब्सॉर्प्शन होता है, लेकिन स्किन कैंसर के खतरे के कारण अब यह उपाय पूरी तरह से रिकमंडेशन नहीं की जाती है. 

यह भी पढ़ें: मोरिंगा का पानी पीने से दूर हो सकते हैं ये रोग, ये लोग तो जरूर पिएं, जान लें अद्भुत पानी बनाने का सही तरीका

1. ओरल सप्लीमेंट्स: विटामिन डी की कमी के इलाज के लिए सबसे सामान्य तरीका है ओरल सप्लीमेंट्स लेना. ये सप्लीमेंट्स आसानी से बाजार में मिल जाते हैं, लेकिन डॉक्टर की सलाह से इन्हें लेना चाहिए.

2. फूड में बदलाव: विटामिन डी से भरपूर फूड जैसे फैट वाली फिश, अंडे और बीफ लीवर का सेवन बढ़ा लेना चाहिए. इन खाद्य पदार्थों से विटामिन डी के लेवल को बढ़ाया जा सकता है.

3. मैग्नीशियम का सेवन: मैग्नीशियम विटामिन डी को एक्टिवली बनाने में मदद करता है. इसलिए, इस मिनरल का सेवन भी फायदेमंद हो सकता है.

4. विटामिन डी इंजेक्शन: गंभीर मामलों में, डॉक्टर विटामिन डी के इंजेक्शन भी दे सकते हैं, जिनसे शरीर में तेजी से विटामिन डी की कमी को पूरा किया जा सकता है.

Lungs Importance: सांस लेने से परे फेफड़े करते हैं ये अद्भुत काम जो आप नहीं जानते होंगे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *