बिहार के नालंदा जिले के इस्‍लामपुर प्रखंड के मैदी खुर्द गांव के एक छात्र ने कोटा में आत्‍महत्‍या कर ली. छात्र की मौत से पूरे गांव और परिवार में शोक की लहर है. सभी का रो-रोकर बुरा हाल है. परिवार के लोगों का कहना है कि वह पढ़ाई में काफी तेज था और होली पर 10 दिन रहने के बाद वापस कोटा लौटा था. उसने जाने के बाद भी परिवार के लोगों से अच्‍छे से बात की थी. हालांकि अब उसकी खुदकुशी की खबर आ गई. 

हर्ष राज शंकर के पिता प्रवीण शंकर सरकारी स्कूल में शिक्षक हैं. दो भाइयों में सबसे बड़ा था. मृतक के चाचा संतोष कुमार ने बताया कि हर्ष करीब एक साल पहले कोटा गया था. परिवार को उसकी मौत के बारे में सूचना मिली थी और बताया गया कि उसका कमरा बंद था और उसने आत्महत्या कर ली है. गांव के दूसरे साथी उसे जब सुबह उठने पर उठाने गए और इसकी सूचना सूचना होस्टल वार्डन को दी. उसके बाद उन्‍हें घटना की सूचना मिली. 

होली पर 10 दिन रहकर गया था हर्ष राज

परिवार ने बताया कि हर्ष राज होली के मौके पर घर आया था और 10 दिन यहां पर रहा था. उन्‍होंने कहा कि 18 मार्च को यहां से जाने के बाद भी उसने फोन पर परिवार के लोगों से अच्छे से बात की थी. 

मृतक के चाचा संतोष कुमार ने बताया कि फोन पर बातचीत में उसने परिवार को बताया था कि सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा है. पढ़ाई में वह अच्छा था और उसका सपना डॉक्टर बनने का था. 

कोटा में फंदा लगाकर के की आत्‍महत्‍या

आपको बता दें कि राजस्थान के कोटा शहर के जवाहर नगर में 17 साल के हर्ष राज ने लोहे की रॉड में फंदे से लटककर खुदकुशी कर ली. खुदकुशी की सूचना मिलते ही परिवार के लोग कोटा पहुंचे. पोस्टमार्टम के बाद शव को लेकर पैतृक गांव लौटे. बेटे की इस तरह के कदम उठाने का किसी को यक़ीन नहीं था.
 

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