पीएम मोदी तीन दिन के श्रीलंका दौरे पर हैं. शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को श्रीलंका (PM Modi In Srilanka) में देश के सर्वोच्च सम्मान ‘मित्र विभूषण’ से नवाजा गया. उन्हें राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके ने  यह सम्मान दिया. यह किसी विदेशी राष्ट्र की ओर से प्रधानमंत्री मोदी को दिया गया 22वां अंतरराष्ट्रीय सम्मान है. पीएम मोदी ने इस सम्मान के लिए श्रीलंका का आभार जताया. उन्होंने इसे 40 करोड़ भारतीयों का सम्मान बताया. पीएम मोदी को ये सम्मान दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और दोनों देशों की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने की उनकी कोशिशों के लिए दिया गया है. भारत-श्रीलंका के संबंधों पर उन्होंने क्या कुछ कहा, जानिए.

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  1.  यह केवल मेरा सम्मान नहीं है, बल्कि यह 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है. यह भारत और श्रीलंका के लोगों के बीच ऐतिहासिक संबंधों और गहरी मित्रता का सम्मान है.
  2. दोनों देशों के हित एक दूसरे से जुड़े हैं. कोरोना महामारी हो या फिर 2019 का आतंकी हमला या फिर हाल में आया आर्थिक संकट हो. भारत हर कठिन परिस्थिति में श्रीलंका के साथ खड़ा रहा.
  3. मुझे श्रीलंका को फिर से प्रगति के पथ पर देखकर खुशी हो रही है. यह भारत के लिए गर्व की बात है कि हमने एक सच्चे पड़ोसी और मित्र के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया है.
  4. भारत ने सबका साथ, सबका विकास का विजन अपनाया है. हम अपने सहयोगी देशों की प्राथमिकताओं को भी महत्व देते हैं.
  5. भारत ने पिछले 6 महीनों में ही 100 मिलियन डॉलर से अधिक के ऋणों को अनुदान में बदला है. हमारा द्विपक्षीय ऋण पुनर्गठन समझौता श्रीलंका के लोगों को तत्काल सहायता और राहत प्रदान करेगा.
  6.  आज हमने ब्याज दर कम करने का फैसला किया है. यह दर्शाता है कि भारत आज भी श्रीलंका के लोगों के साथ खड़ा है.
  7. यह बताते हुए खुशी हो रही है कि 1960 में गुजरात के अरावली में मिली भगवान बुद्ध के अवशेष को दर्शन के लिए श्रीलंका भेजा जा रहा है.
  8. भारत त्रिंकोमाली के थिरुकोनेश्वरम मंदिर के जीर्णोद्धार और निरोलिया में सीता एलिया मंदिर के निर्माण कार्य में भी सहयोग देगा. 
  9. दोनों देशों की सुरक्षा एक-दूसरे से जुड़ी है और एक-दूसरे पर निर्भर है. भारत के हितों के प्रति उनकी संवेदनाओं के लिए मैं राष्ट्रपति दिसानायके का आभारी हूं.
  10.  रक्षा सहयोग में संपन्न किए गए महत्वपूर्ण समझौते का हम स्वागत करते हैं. कोलंबो सिक्योरिटी कॉन्क्लेव और हिंद महासागर में सुरक्षा सहयोग पर भी मिलकर काम करने के लिए हम सहमत हैं.

 

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