उत्तर प्रदेश के भदोही से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद विनोद कुमार बिंद के दफ्तर में हुई दावत में परोसे गए भोजन में मटन (गोश्त) के टुकड़े नहीं मिलने पर लात-घूंसे चलने की खबर की खूब चर्चा हुई थी. इस खबर पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चुटकी ली है. उन्होंने कहा कि ये ‘मटन युद्ध’ इतिहास में दर्ज हो गया है.
वाकये के दो दिन बाद मझवां में एक रैली में अखिलेश यादव ने चुटकी लेते हुए कहा, “आपके निर्वाचन क्षेत्र में कुछ घटना बहुत लोकप्रिय हो गई है. मुझे जानकारी मिली है कि यहां मटन वार भी हुआ था. हमने अलग-अलग तरह के युद्ध देखें है, लेकिन यह मटन युद्ध इतिहास में दर्ज हो गया.”
हालांकि, शनिवार को सांसद बिंद ने स्पष्ट रूप से कहा था कि उनके कार्यालय में ऐसी कोई घटना नहीं हुई. वहीं, दूसरी ओर उपचुनाव के बीच ऐसी दावत को समाजवादी पार्टी (सपा) ने आचार संहिता का उल्लंघन करार देते हुए निर्वाचन आयोग से इसकी शिकायत की.
सोशल मीडिया पर वायरल हुई और कुछ समाचार चैनलों पर भी दिखाए गए वीडियो क्लिप के मुताबिक, भदोही लोकसभा सीट से भाजपा सांसद डॉ विनोद बिंद के कार्यालय में लात-घूंसे चले. ये भी जिक्र किया गया कि गुरुवार रात दावत में मटन ग्रेवी में पीस नहीं होने पर लोग नाराज हो गए और मारपीट शुरू कर दी.
सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो के जरिए ये भी कहा गया कि करीब 1,000 लोगों को दावत में बुलाया गया था और लोग दूर-दूर से आए थे.
भाजपा सांसद ने क्या दी सफाई?
न्यूज एजेंसी पीटीआई को सांसद विनोद कुमार बिंद ने कहा, “जो वीडियो (सोशल मीडिया पर) घूम रहा है, क्या आपने उसमें कुछ देखा? मेरे कार्यालय में ऐसी कोई घटना नहीं हुई. और उसमें लिखा जा रहा है कि यह मटन की दावत थी. अगर ऐसी कोई घटना हुई होती, तो मैं (इसके बारे में) जरूर बताता.”
सांसद बिंद से जब पूछा गया कि क्या वे ऐसी खबरें बनाने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई करने पर विचार कर रहे हैं, तो बिंद ने कहा, ‘फिलहाल मेरा बेटा ठीक नहीं है. वह लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती है, और उसकी सर्जरी होनी है. इसलिए, मैं इन चीजों पर ध्यान नहीं दे रहा हूं.’
सपा सांसद ने की शिकायत
उपचुनाव के बीच हुई इस कथित मटन दावत को लेकर पड़ोसी चंदौली क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के सांसद वीरेन्द्र सिंह ने मिर्जापुर में संवाददाताओं को बताया कि निर्वाचन आयोग से इस मामले की शिकायत की गयी है कि यह आचार संहिता का उल्लंघन है. सपा सांसद ने आरोप लगाया कि मझवा विधानसभा उपचुनाव में जिला प्रशासन निष्पक्ष चुनाव नहीं करा रहा है. वीरेन्द्र सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि शिकायत के बावजूद अभी तक भाजपा सांसद के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी है.
9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव
उप्र की नौ विधानसभा सीटों कटेहरी (अंबेडकरनगर), करहल (मैनपुरी), मीरापुर (मुजफ्फरनगर), गाजियाबाद, मझवां (मिर्ज़ापुर), सीसामऊ (कानपुर शहर), खैर (अलीगढ़), फूलपुर (प्रयागराज) और कुंदरकी (मुरादाबाद) में उपचुनाव के लिए 20 नवंबर को मतदान और 23 नवंबर को मतों की गिनती होगी. मझवां विधानसभा क्षेत्र में 13 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं.