घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या रविवार को एक दिन में पहली बार पांच लाख के आंकड़े को पार कर गई जो एक नया रिकॉर्ड है. यह त्योहारों और विवाह समारोह के बीच मजबूत यात्रा मांग को दर्शाता है.
नागर विमानन मंत्रालय ने सोमवार शाम को ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि 17 नवंबर को भारतीय विमानन क्षेत्र ने एक ऐतिहासिक मील का पत्थर पार किया, जब 5,05,412 घरेलू यात्रियों ने एक ही दिन में प्रस्थान किया.
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, एयरलाइन कंपनियों ने रविवार (17 नवंबर) को 3,173 उड़ानों का परिचालन किया और 5,05,412 यात्रियों ने इन उड़ानों के जरिये यात्रा की.
यह पहला मौका है जब घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या एक ही दिन में पांच लाख के आंकड़े को पार कर गई है.
नागर विमानन मंत्री के राममोहन नायडू ने कहा कि इन आंकड़ों से पता चलता है कि हवाई यात्रा अब ज्यादा लोगों की पहुंच में है. उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि उड़े देश का आम नागरिक (उड़ान) जैसी योजनाओं की वजह से हासिल हो पाई है.
क्षेत्रीय हवाई संपर्क योजना उड़ान की शुरुआत अक्टूबर, 2016 में हुई थी.
यात्रा मंच क्लियरट्रिप के उपाध्यक्ष (हवाई श्रेणी) गौरव पटवारी ने कहा, ‘‘ यात्रियों की संख्या बढ़ने की मुख्य वजह त्योहारी मांग और शादी-ब्याह की शुरुआत है. हमें उम्मीद है कि सर्दियों में भी मांग मजबूत बनी रहेगी.”
हालांकि, हाल के दिनों में विभिन्न कारणों से विमानन कंपनियों का समय पर सेवाएं देने (ओटीपी) का रिकॉर्ड प्रभावित हुआ है.
इंडिगो का ओटीपी रविवार को 74.2 प्रतिशत रहा. इसके बाद अलायंस एयर का 71 प्रतिशत और अकासा एयर का 67.6 प्रतिशत था. अन्य विमानन कंपनियों में स्पाइसजेट तथा एयर इंडिया का ओटीपी क्रमशः 66.1 प्रतिशत और 57.1 प्रतिशत रहा.
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने अक्टूबर में कहा था कि भारतीय विमानन कंपनियां 27 अक्टूबर से शुरू होने वाले शीतकालीन कार्यक्रम में 124 हवाई अड्डों से हर सप्ताह 25,007 उड़ानें संचालित करेंगी.
शीतकालीन कार्यक्रम 27 अक्टूबर, 2024 से शुरू होकर 29 मार्च, 2025 तक जारी रहेगा.