बाबा साहेब आंबेडकर को लेकर कांग्रेस के पिछले 24 घंटों से लगाए जा रहे आरोपों का आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जवाब दिया. अमित शाह पर आरोप लगाकर कांग्रेस ने उन्हें संसद के बाद फिर एक बार बैटिंग करने का मौका दे दिया और इसका फायदा उठाते हुए अमित शाह ने पूरे फैक्ट्स के साथ भीमराव आंबेडकर के साथ कांग्रेस ने कब-कब क्या किया एक-एक कर गिना दिया. साथ ही उनके भाषण को तोड़-मरोड़कर जनता में भ्रम फैलाने के लिए कानूनी विकल्पों को आजमाने का संकेत भी दे दिया. पढ़ें अमित शाह के भाषण की 15 बड़ी बातें…
- कांग्रेस ने फिर एक बार अपनी पुरानी पद्धति को अपनाकर, बातों को तोड़-मरोड़कर और सत्य को असत्य के कपड़े पहनाकर समाज में भ्रांति फैलाने का एक कुत्सित प्रयास किया है.
- जब संसद में चर्चा हो रही थी, तो यह सिद्ध हो गया कि बाबा साहब आंबेडकर का कांग्रेस ने किस तरह से पुरजोर विरोध किया था.
- बाबा साहब के न रहने के बाद भी किस प्रकार से कांग्रेस ने बाबा साहब को हाशिये पर धकेलने का प्रयास किया.
- जब संविधान सभा अपना काम कर चुकी, चुनाव हुआ 1951-52 में और 1954 में तो दोनों बार कांग्रेस ने बाबा साहब को हराने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी.
- यहां तक की फ्रेंडली चुनाव होता है, स्पिरिट वाला चुनाव होता है, ऐसा चुनाव भी नहीं था. विशेष प्रयास किया गया और उनकी हार को सुनिश्चित किया गया.
- जहां तक भारत रत्न देने का सवाल है कांग्रेस के नेताओं ने खुद ही अपने-आप को भारत रत्न दिए हैं.
- 55 में नेहरू जी खुद को भारत रत्न दे दिया. 71 में इंदिरा जी ने खुद को भारत रत्न दे दिया. और 1990 में बाबा साहब को भारत रत्न तब मिला जब कांग्रेस पार्टी सत्ता में नहीं रही और भारतीय जनता पार्टी के समर्थन वाली सरकार थी.
- 1990 तक कांग्रेस पार्टी बाबा साहब को भारत रत्न न मिले, इसका बड़े जतन से प्रयास करती रही.
- यहां तक की बाबा साहब की 100वीं जयंती को मनाने की मनाही कर दी गई.
- नेहरू जी की आंबेडकर जी के प्रति नफरत जगजाहिर है. जब पंडित जी कि एक और किताब पढ़ते हैं ‘लेटर टू चीफ मिनिस्टर’ में एक उल्लेख है.
- कांग्रेस पार्टी के कार्यकाल में बाबा साहब आंबेडकर का कोई स्मारक नहीं बना. जब दूसरी पार्टियां सत्ता में आईं, तो उन्होंने स्मारक बनवा दिया.
- पीएम मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार ने बाबा साहब आंबेडकर की याद में पंचतीर्थ विकसित किया.
- मैं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से भी यह कहना चाहता हूं कि आपको कांग्रेस के इस नापाक प्रयास का समर्थन नहीं करना चाहिए था.
- मुझे बहुत दुख है कि आप भी राहुल गांधी के दबाव में इसमें शामिल हो गए हैं.
- भाजपा सभी कानूनी विकल्पों पर विचार करेगी. संसद के अंदर और बाहर जो भी कानूनी कार्रवाई की जा सकती है, सभी संभावनाओं पर विचार किया जाएगा.