Kitchen Hacks: भारतीय घरों में जबतक कड़क अदरक वाली चाय ना पी जाए तबतक ना आंख खुलती है और ना ही यह महसूस होता है कि दिन शुरू हो गया है. दिन की सही शुरुआत तो दूध वाली चाय (Milk Tea) पीकर ही लगती है जिसमें चायपत्ती, अदरक, चीनी और कभी-कभार इलायची या चाय का मसाला भी डाला जाता है. लेकिन, अक्सर ही लोग चाय बनाने में एक छोटी सी गलती कर देते हैं. यह गलती है चाय में अदरक को सही तरह से ना डालना, कई बार लोगों को समझ ही नहीं आता कि अदरक को चाय में घिसकर डालना चाहिए, कूटकर डालना चाहिए या फिर इसे छोटे टुकड़ों में काटकर डालें. अगर अदरक (Ginger) को चाय में सही तरह से ना डाला जाए तो इससे चाय का स्वाद खराब होता है और अदरक से अगर पूरी तरह उसका रस चाय में ना उतर आए तो इसे अदरक की बर्बादी भी कहा जाएगा. ऐसे में अदरक को दूध वाली चाय में कैसे डालें इसका सही तरीका यहां जान लीजिए. 

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दूध वाली चाय में अदरक डालने का सही तरीका | Right Way Of Putting Ginger In Milk Tea 

दूध वाली चाय में अदरक डालने का सही तरीका है कि आप इसे कूटकर डालें. जब आप अदरक को कूटते हैं तो इसके सारे रस कूटने वाले बर्तन में निकल आते हैं. आंच पर पानी चढ़ाकर उसमें चायपत्ती डालें, 1-2 इलायची को कूटकर डालें और इसी पानी में कुटा हुआ अदरक डाल लें. जिस बर्तन में अदरक कूटा गया है उसमें थोड़ा सा पानी डालकर तैयार हो रही चाय में डाल दें. इससे अदरक का पूरा रस चाय के पानी में आ जाएगा और जब चाय बन जाएगी तो इसे पीने पर हर चुस्की में अदरक का कड़क स्वाद आएगा. 

अदरक वाली चाय पीने के फायदे 

  • अदरक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है और शरीर को कई फायदे (Ginger Benefits) देता है. अदरक वाली चाय पीने पर शरीर को एंटी-ऑक्सीडेंट्स भी मिलते हैं. 
  • दूध वाली अदरक की चाय ब्लोटिंग जैसी दिक्कतों को दूर रख सकती है. 
  • सिर का दर्द या मसल्स में हो रहे दर्द से राहत पाने के लिए भी अदरक वाली दूध की चाय पी जा सकती है. 
  • इस चाय को पीने पर ब्लड प्रेशर कम होने में मदद मिल सकती है. 
  • जिंजरोल होने के चलते अदरक के गुण शरीर की सूजन को कम करते हैं. 
  • मोशन सिकनेस या उल्टी आने की दिक्कत से निजात पाने के लिए भी अदरक वाली चाय पी सकते हैं. 
  • ठंडे मौसम में अदरक वाली दूध की चाय खांसी और जुकाम जैसी दिक्कतों को दूर रखने में असरदार साबित होती है.

दूध वाली चाय खाली नहीं पीनी चाहिए 

कई बार लोग दूध वाली चाय को खाली पेट ही पी लेते हैं जोकि एक बड़ी गलती साबित होती है. ऐसा इसलिए क्योंकि दूध वाली चाय खाली पेट पीने पर डाइजेस्टिव लाइनिंग को इरिटेट कर सकती है जिससे ब्लोटिंग या फिर एसिडिटी हो सकती है. इसीलिए दूध वाली चाय (Doodh Wali Chai) को सुबह उठते ही खाली पेट ना पिएं. चाय के साथ पोहा, परांठे, हेल्दी स्नैक्स, सैंडविच, पेनकेक, चीला या उपमा वगैरह खाएं. 

अगर सेहत को लेकर चिंता में रहते हैं लेकिन फिर भी दूध वाली चाय से परहेज नहीं कर सकते तो सुबह उठते ही एक गिलास गर्म पानी पिएं. आप मेथी वाला पानी, जीरा पानी, चिया सीड्स का पानी या सौंफ का पानी पी सकते हैं. इससे शरीर डिटॉक्स होता है और फैट बर्न होने के साथ ही पाचन तंत्र बेहतर रहता है. इसके बाद 8-9 बजे के करीब दूध वाली चाय किसी स्नैक या नाश्ते के साथ पी जा सकती है. साथ ही, गिलास भरकर ही नहीं बल्कि छोटे कप में ही चाय पिएं. 

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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