संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम ने कहा कि उसने इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के बीच 19 जनवरी को हुए संघर्ष विराम के बाद से 15,000 टन से अधिक भोजन उपलब्ध कराया है, जिससे 5,25,000 से अधिक लोगों को भोजन मिला है, लेकिन अभी और भी बहुत कुछ करने की आवश्यकता है. एजेंसी के उप कार्यकारी निदेशक कार्ल स्काऊ ने एक दौरे के बाद कहा, “हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय और सभी दानदाताओं से इस महत्वपूर्ण क्षण में डब्ल्यूएफपी की जीवन-रक्षक सहायता का समर्थन जारी रखने का आह्वान करते हैं.”
संयुक्त राष्ट्र के जलवायु प्रमुख ने ग्लोबल वार्मिंग से निपटने के लिए एकजुटत बढ़ाने की मांग की है. उनका यह बयान ऐसे वक्त पर आया है, जब अमेरिकी नेतृत्व इस दिशा में अपनी भूमिका निभाने से पीछे हट रहा है. ब्राजील की राजधानी में एक विश्वविद्यालय में बोलते हुए साइमन स्टिल ने कहा कि वैश्विक तापमान “खतरनाक रूप से उच्च” था, लेकिन ऐतिहासिक पेरिस समझौते के बाद वास्तविक प्रगति हुई है. बाजील नवंबर में अगले वैश्विक जलवायु सम्मेलन COP30 की मेजबानी करने के लिए तैयार है. बता दें कि व्हाइट हाउस लौटने के तुरंत बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पेरिस समझौते से अमेरिका के हटने की घोषणा की है.
इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने कहा कि उन्होंने सेना को फिलिस्तीनियों के लिए गाजा छोड़ने की योजना बनाने का निर्देश दिया है. गाजा पिछले एक साल से जारी युद्ध के कारण तबाह हो गया है. काट्ज ने कहा, “मैंने आईडीएफ (सेना) को गाजा निवासियों के लिए स्वैच्छिक प्रस्थान के लिए एक योजना तैयार करने का निर्देश दिया है.” उन्होंने कहा कि वे “उन्हें स्वीकार करने के इच्छुक किसी भी देश में” जा सकते हैं. उनका यह बयान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा के लोगों को वहां से निकालने और इस इलाके के पुननिर्माण का प्रस्ताव दिया है.
अमेरिकी दबाव के आगे झुकते हुए पनामा ने गुरुवार को चीन की एक प्रमुख परियोजना से किनारा कर लिया. हालांकि अमेरिका के सरकारी जहाजों के लिए मुफ्त मार्ग सुनिश्चित करने के दावे को खारिज कर दिया. पनामा के राष्ट्रपति जोस राउल मुलिनो ने कहा कि जलमार्ग के बारे में अमेरिका का दावा “असहनीय” है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका द्वारा एक सदी पहले बनाई गई और बाद में पनामा को सौंपने वाली नहर को जब्त करने के लिए बल के उपयोग से इनकार कर दिया है. करीब 40 प्रतिशत अमेरिकी कंटेनर कैरेबियन सागर को प्रशांत महासागर से जोड़ने वाले संकरे जल मार्ग से गुजरते हैं.
पाकिस्तान में बलूचों पर अत्याचार थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. मानवाधिकार संगठन बलूच यकजेहती समिति (बीवाईसी) ने खुजदार की एक महिला और खारन क्षेत्र के दो पुरुषों के जबरन गायब होने पर गहरा दुख व्यक्त किया है. एक्स पर एक पोस्ट में बीवाईसी ने कहा कि धमकियों, उत्पीड़न और हत्याओं में वृद्धि के साथ बलूच नरसंहार को विभिन्न माध्यमों से तेज किया जा रहा है. समिति ने राज्य के अधिकारियों पर विरोध करने वाले परिवारों को परेशान करने और धमकी देने का भी आरोप लगाया और इस तरह की कार्रवाइयों को “अमानवीय और कायरतापूर्ण” बताया.