
सुभाष के आंखों के सामने ही उसका पूरा गांव मलबे में बदल गया. जिस समय ये सब हुआ उस दौरान गांव में एक मेला भी चल रहा था.
सुभाष के आंखों के सामने ही उसका पूरा गांव मलबे में बदल गया. जिस समय ये सब हुआ उस दौरान गांव में एक मेला भी चल रहा था.
मुंबई और हैदराबाद में तालिबान प्रतिनिधियों की लगातार नियुक्तियां यह संकेत देती हैं कि काबुल भारत के साथ सौहार्दपूर्ण राजनयिक संबंध बनाए रखने के लिए गंभीर है.
सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ और बाकी टीमें बिना रुके, बिना थके जी-जान से रेस्क्यू में लगी है, ताकि धराली में फंसे लोगों को जल्द से जल्द बाहर निकाला जा सकें.वहीं, बाकी…