होली और जुमे की नमाज एक ही दिन होने के मद्देनजर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच संभल जिले में रंगों का त्योहार पारंपरिक उत्साह के साथ शांतिपूर्ण ढंग से मनाया गया. अधिकारियों ने बताया कि होली के अवसर पर संभल शहर में पारंपरिक ‘चौपाई का जुलूस’ भी निकाला गया.
पिछले साल 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के बाद भड़के दंगों के बाद से संभल में तनाव जैसी स्थिति है. इस झड़प में चार लोगों की मौत हो गई थी और पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल हो गए थे.

मस्जिद में अपराह्न 2 बजकर 30 मिनट पर जुमे की नमाज अदा की गई. मस्जिद के सदर जफर अली ने पहले दोनों समुदायों के सदस्यों से होली मनाने और सौहार्दपूर्ण माहौल में जुमे की नमाज अदा करने का आग्रह किया था.
संभल के जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया ने शुक्रवार को संवाददाताओं को बताया, “संभल जिले में 1,212 स्थानों पर होलिका दहन शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ. लोगों ने नाच-गाकर और एक-दूसरे पर गुलाल लगाकर पारंपरिक उत्साह के साथ रंगों का त्योहार मनाया. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 60 से अधिक जुलूस निकाले गए.”

होली और जुमे की नमाज एक ही दिन होने के कारण इस बार पुलिस और जिला प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे, जिसके तहत शुक्रवार को संभल शहर में आरएएफ ने फ्लैग मार्च किया.
संभल को ड्रोन निगरानी के लिए 29 सेक्टर में विभाजित किया गया था और दोनों त्योहारों को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई थी.