फिनलैंड में लोग भरपूर खुश हैं. दुनिया के इस सबसे खुशहाल देश ने लगातार आठवें साल वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट में अपनी नंबर 1 रैंकिंग बरकरार रखने में कामयाबी हासिल की है. वहीं भारत के लिए एक बार फिर बुरी खबर है. 147 देशों की इस लिस्ट में भारत इस बार 118वें स्थान पर रहा है. पिछली बार भारत लिस्ट में 126वें स्थान पर रहा था.
हैप्पीनेस इंडेक्स में पाकिस्तान भारत से उपर है. उसे 2025 की लिस्ट में 109वां स्थान मिला है. नेपाल भी भारत से उपर रहा, उसे 92वां स्थान मिला है.
नॉर्डिक देशों का टॉप पर कब्जा
गैलप और यूनाइटेड नेशंस सस्टेनेबल डेवलपमेंट सॉल्यूशंस नेटवर्क के साथ पार्टनरशिप में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वेलबीइंग रिसर्च सेंटर ने गुरुवार, 20 मार्च को यह रिपोर्ट प्रकाशित की. इसमें 147 देशों के लोगों से ही सर्वे में पूछा गया कि वे कितने खुश हैं. समाज में समग्र खुशी को मापने के लिए स्वास्थ्य, धन, स्वतंत्रता, उदारता और भ्रष्टाचार से मुक्ति सहित अलग-अलग फैक्टर पर सवाल किए गए और उनके जवाबों का मूल्यांकन किया गया है.
गैलप के सीईओ जॉन क्लिफ्टन ने कहा, “खुशी सिर्फ पैसे या विकास से जुड़ा नहीं है. यह विश्वास, कनेक्शन और यह जानने के बारे में है कि लोग आपको हमेशा सपोर्ट करेंगे. अगर हम मजबूत सोसाइटी और अर्थव्यवस्था चाहते हैं, तो हमें उस चीज में निवेश करना चाहिए जो वास्तव में मायने रखती है: एक-दूसरे में.”
हैप्पीनेस रिपोर्ट में फिनलैंड इस साल भी टॉप पर रहा. उसके बाद डेनमार्क, आइसलैंड, स्वीडन, नीदरलैंड, कोस्टा रिका, नॉर्वे, इजरायल, लक्जमबर्ग और मैक्सिको रहे. इंडेक्स में सबसे नीचे अफगानिस्तान है. उसके उपर सिएरा लियोन, लेबनान, मलावी, जिम्बाब्वे, बोत्सवाना, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो, यमन, कोमोरोस और लेसोथो हैं.
अमेरिका 24वें स्थान पर है, जो साल की तुलना में एक स्थान कम है. 2012 में यह सर्वे शुरू हुआ था और तब अमेरिका लिस्ट में 11वें स्थान पर था. उसके बाद से अमेरिका नीचे जाता जा रहा है.
टॉप 20 खुशहाल देश
- फिनलैंड
- डेनमार्क
- आइसलैंड
- स्वीडन
- नीदरलैंड
- कोस्टा रिका
- नॉर्वे
- इजराइल
- लक्जमबर्ग
- मेक्सिको
- ऑस्ट्रेलिया
- न्यूजीलैंड
- स्विटजरलैंड
- बेल्जियम
- आयरलैंड
- लिथुआनिया
- ऑस्ट्रिया
- कनाडा
- स्लोवेनिया
- चेक गणराज्य