
‘द सैडिस्ट’ एक जरूरी फिल्म है, जो आज के मीडिया और उसकी जिम्मेदारी पर एक कड़ा सवाल खड़ा करती है. यह फिल्म बताती है कि अगर मीडिया की दिशा नहीं बदली गई, तो समाज को बांटने वाली ताकतें और मजबूत होती जाएंगी.
‘द सैडिस्ट’ एक जरूरी फिल्म है, जो आज के मीडिया और उसकी जिम्मेदारी पर एक कड़ा सवाल खड़ा करती है. यह फिल्म बताती है कि अगर मीडिया की दिशा नहीं बदली गई, तो समाज को बांटने वाली ताकतें और मजबूत होती जाएंगी.
मुंबई एयरपोर्ट पर सुरक्षा गार्ड्स और टैक्सी ड्राइवर के बीच हुई मारपीट (Mumbai Airport Fighting) की घटना से वहां हड़कंप मच गया. पुलिस ने वहां पहुंचकर दोनों को गिरफ्तार कर…
Optical illusion: हाल ही में एक ऑप्टिकल इल्यूजन तस्वीर लोगों के दिमाग का दही कर रही है, जिसमें एक मेंढक घने हरे रंग की घास में छिपा बैठा है, जिसे…