
थरूर ने एक्स पर लिखा, ‘मुझे उम्मीद है कि दो साल बाद तुर्की के व्यवहार को देखने के बाद केरल सरकार अपनी अनुचित उदारता पर विचार करेगी. यह तो बताने की जरूरत ही नहीं है कि वायनाड के लोग (केरल का उदाहरण ही ले लीजिए) उन दस करोड़ रुपयों का कहीं बेहतर इस्तेमाल कर सकते थे.