
शुभांशु शुक्ला का कहना है कि इस मिशन से मेरी ये कोशिश रहेगी कि मैं अपने देश में आने वाली पीढ़ियों की प्रेरणा बनूं. मैं इस मौके का इस्तेमाल बच्चों में जानने की इच्छा को जगाने के लिए करना चाहता हूं. अगर मेरी कहानी एक ज़िंदगी भी बदल पाई तो ये मेरे लिए बड़ी कामयाबी होगी.