
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में तीन साल पहले शिवसेना ऐसी बिखरी कि उद्धव ठाकरे अपनी पार्टी का मराठी वोट संभाल नहीं पाए. उनके चचेरे भाई राज ठाकरे का सियासी गणित भी शून्य पर अटका नजर आ रहा है. अब निकाय चुनाव से पहले महाराष्ट्र की सियासत में वो हो रहा है, जो पिछले 20 साल में नहीं हुआ. दोनों भाई साथ आ रहे हैं. आगामी 5 जुलाई को हिंदी के खिलाफ दोनों एकसाथ मोर्चा खोलेंगे. ठाकरे भाइयों के इस ऐलान ने सियासी गहमागहमी बढ़ा दी है. | Uddhav Thackeray | Raj Thackeray