
स्वामी यशवीर महाराज ने ही सबसे पहले मुजफ्फरनगर में कांवड़ मार्ग पर बनी दुकानों, ढाबों पर नेमप्लेट लगाने की मांग उठाई थी. मुजफ्फरनगर से करीब 15 किलोमीटर दूर बघरा गांव में उनका योग साधना यशवीर आश्रम है.
स्वामी यशवीर महाराज ने ही सबसे पहले मुजफ्फरनगर में कांवड़ मार्ग पर बनी दुकानों, ढाबों पर नेमप्लेट लगाने की मांग उठाई थी. मुजफ्फरनगर से करीब 15 किलोमीटर दूर बघरा गांव में उनका योग साधना यशवीर आश्रम है.
छात्रों और पूर्व सहपाठियों के अनुसार, मनोजीत का व्यवहार लंबे समय से आपराधिक और साइकोपैथिक रहा है. वह छात्राओं की तस्वीरें मॉर्फ कर दोस्तों के बीच शेयर करता था.
Stroke Signs: स्ट्रोक या हार्ट अटैक के लक्षणों को पहचानाकर लाइफस्टाइल की आदतों को बदला जा सकता है. समय रहते इन लक्षणों की पहचान कर ली जाए तो दिल की…