
शेफाली जरीवाला ने बताया कि वह एक बच्ची को गोद लेना चाहती थीं, लेकिन पराग मेरी भावनाओं को नहीं समझ पाए. इसलिए गोद लेने जैसे बड़े फैसले के लिए यह जरूरी था कि पराग और मैं एक जैसा सोचें.
शेफाली जरीवाला ने बताया कि वह एक बच्ची को गोद लेना चाहती थीं, लेकिन पराग मेरी भावनाओं को नहीं समझ पाए. इसलिए गोद लेने जैसे बड़े फैसले के लिए यह जरूरी था कि पराग और मैं एक जैसा सोचें.
महाराजगंज के नौतनवा के पूर्व चेयरमैन और भाजपा नेता गुड्डू खान ने सालों पुरानी परंपरा का निर्वहन किया. उन्होंने महिलाओं के बीच मंद-मंद मुस्कुराते हुए सभी रिवाजों में सहभागिता निभाई.
शेफाली जरीवाला की अचानक हुई मौत की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है. मुंबई पुलिस की टीमें अलग-अलग एंगल से सुराग तलाशने में जुटी हैं.