
Aniruddhacharya Comment: सरकार ने देश में अश्लीललता फैलाने वाले ऐप्स पर पाबंदी लगा दी है। इनकी संख्या पच्चीस है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने इंटरनेट प्रोवाइडर्स से कह दिया है कि अश्लीलता फैलाने वाले 25 ऐप्स दिखने नहीं चाहिए। इस कदम के पीछे जो सबसे बड़ी ताकत और सबसे बड़ी चिंता है | वो है महिला और बच्चों के अधिकार। सरकार मानती है कि महिला की डिग्निटी और बच्चों की मासूमियत की रक्षा होनी चाहिए। इसलिए ऐसा कंटेंट समाज से दूर रहना चाहिए जो उनके खिलाफ हो।सरकार को साधुवाद। लेकिन आजकल समाज में कुछ ऐसे लोग आ गए हैं जो महिला का सम्मान नहीं करते हैं। उनके खिलाफ गंदी बाते बोलते हैं। बत्तमीजी करते हैं। लेकिन अफसोस की बात ये है कि इनका सामाजिक रुतबा बहुत ज्यादा है। इन्हें बाबा का दर्जा है। हम आज अनिरूद्धाचार्य की बत्तमीजियों का जिक्र करेंगे। ये बाबा शादी सुदा हैं। इनके बच्चे हैं। फिर भी ये महिलाओं के खिलाफ ऐसी टिप्पणी करते हैं जो अश्लीलता से कम नहीं होती हैं। जरूरत तो इनकी बत्तमीजियों को भी इंटरनेट पर सेंसर करने की है लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है।