
One Nation- One Medical Check-up: अब अगर कोई रोगी सुदूर गांव के उप स्वास्थ्य केंद्र में खांसी-बुखार लेकर जाए या किसी जिला अस्पताल में कैंसर की आशंका लेकर पहुंचता है तो डॉक्टर को यह तय करने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा कि कौन सी जांच वहां उपलब्ध होनी चाहिए. मरीज को यह अधिकार होगा कि उसकी जरूरी जांच उसी स्तर पर की जाए. बीमारी की शुरुआती पहचान और सटीक इलाज के लिए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने राष्ट्रीय आवश्यक डायग्नोस्टिक सूची (NEDL) 2025 का दूसरा संस्करण भी जारी कर दिया है जिसके तहत “एक देश एक चिकित्सा जांच” को बढ़ावा दिया जाएगा.