
चिनाब नदी पर सलाल बांध को रन ऑफ द रिवर प्रोजेक्ट बनाना पड़ा, क्योंकि इसे बनाते वक़्त भी पाकिस्तान ने काफ़ी ऐतराज़ किया था जैसा बाद में उसने बगलिहार बांध को लेकर भी किया. सलाल बांध को दरअसल पहले स्टोरेज डैम के तौर पर बनाने की योजना थी, ताकि उससे बिजली उत्पादन की क्षमता ज़्यादा हो जाए. लेकिन पाकिस्तान और वर्ल्ड बैंक के आग्रह पर इसे रन ऑफ द रिवर डैम बनाने का फ़ैसला किया गया.