
पुलिस ने इस मामले में बिलाल और साहिल समेत छह आरोपियों को हिरासत में लिया है. पूछताछ में पता चला कि यह गैंग लंबे समय से दिल्ली-एनसीआर में अवैध हथियारों की सप्लाई कर रहा था. एक देसी कट्टा 10-12 हजार रुपये में बदमाशों को बेचा जाता था, जिसके बदले में गैंग मोटी रकम वसूल करता था.