
बादल फटने और सैलाब की तबाही के बाद, उत्तरकाशी के धराली में चारों ओर से मलबे और पानी में घिर गया है. रास्ते टूट चुके हैं, संपर्क कट चुका है, लेकिन राहत और बचाव की कोशिशें पूरी जी-जान से चल रही हैं. भारतीय सेना, आईटीबीपी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और स्थानीय लोग — सभी एजेंसियां मिलकर हर जान को बचाने के लिए जी-जान से जुटी हैं.