
बेटे नवनूर ने कहा कि मेरे पिता को 19 किलोमीटर दूर अस्पताल में लेकर गए. अगर पास के अस्पताल में ले जाते तो शायद मेरे पिता जिंदा होते… नवनूर अपने पिता की मौत का दर्द कैसे भुला पाएंगे.
बेटे नवनूर ने कहा कि मेरे पिता को 19 किलोमीटर दूर अस्पताल में लेकर गए. अगर पास के अस्पताल में ले जाते तो शायद मेरे पिता जिंदा होते… नवनूर अपने पिता की मौत का दर्द कैसे भुला पाएंगे.
बिहार की राजनीति में 90 के दशक से पहले तक सवर्णों का वर्चस्व रहा. मुख्यमंत्री की कुर्सी तकरीबन हमेशा इन्हीं जातियों के नेताओं के पास रही, लेकिन मंडल कमीशन की…
जानकारी के अनुसार, जिन लोगों का आईआरसीटीसी अकाउंट, आधार से जुड़ा नहीं है वो विंडो खुलने के 15 मिनट बाद टिकट बुक कर पाएंगे. लेकिन पहले 15 मिनट उन्हें टिकट…