
आज राजेश रजक की यह कहानी हमें सिखाती है कि बाधाएं चाहे जितनी आएं अपने सपने को कभी नहीं छोड़ना चाहिए. हमेशा अपने हौंसले को मजबूत रखना चाहिए. एक न एक दिन सफलता आपके कदम चूमेगी….
आज राजेश रजक की यह कहानी हमें सिखाती है कि बाधाएं चाहे जितनी आएं अपने सपने को कभी नहीं छोड़ना चाहिए. हमेशा अपने हौंसले को मजबूत रखना चाहिए. एक न एक दिन सफलता आपके कदम चूमेगी….
सात साल के कान्हा और उनकी बड़ी बहन मीना की इस हादसे में हो गई है और उनके पिता छोटूलाल का आंगन सूना हो गया है. घर में मातम पसरा…
सचिवालय के नए आदेश के अनुसार, स्टैंडिंग ऑर्डर 94(2) के तहत अब मास्क, प्रतीकात्मक वस्तुएं, हॉर्न और किसी भी तरह के प्रदर्शन पर प्रतिबंध रहेगा. यानी विधानसभा अब ‘साइलेंस ज़ोन’…