
उत्तराखंड के हर गांव, कस्बे और शहर में कारगिल की कहानियां गूंजती हैं. शहीदों के परिजन गर्व के साथ उनकी वीरता को याद करते हैं, भले ही आंसुओं के साथ. सैनिकों ने बताया कि रात के समय माइनस डिग्री तापमान, गोलियों की बौछार और दुश्मन द्वारा फेंके गए पत्थरों के बीच उन्होंने चोटियां फतह कीं.