
Diarrhoea Se Darr Nahin: भारत के गांवों में डायरिया (दस्त) आज भी बच्चों के लिए एक जानलेवा बीमारी है, लेकिन ‘डायरिया से डर नहीं’ नाम का एक अभियान इस तस्वीर को बदल रहा है। इस अनोखे अभियान में मोबाइल वैन और स्वास्थ्यकर्मी (फ्रंटलाइन वर्कर्स) सीधे लोगों के दरवाज़े तक पहुंच रहे हैं। वे न सिर्फ ORS और ज़िंक जैसी जीवनरक्षक दवाएं बांट रहे हैं, बल्कि लोगों को इसके इस्तेमाल और बचाव के तरीकों के बारे में जागरूक भी कर रहे हैं।