
हिंदी सिनेमा में एक दौर ऐसा भी था, जब लोग अपनी बहन-बेटियों को फिल्मों में भेजने से मना करते थे. उनकी नजर में यह काम एक ‘तवायफ’ वाला हुआ करता था, लेकिन सिनेमा की चकाचौंध और बेशुमार दौलत ने लोगों के विचारों को बदल दिया.
हिंदी सिनेमा में एक दौर ऐसा भी था, जब लोग अपनी बहन-बेटियों को फिल्मों में भेजने से मना करते थे. उनकी नजर में यह काम एक ‘तवायफ’ वाला हुआ करता था, लेकिन सिनेमा की चकाचौंध और बेशुमार दौलत ने लोगों के विचारों को बदल दिया.
पुलिस मामले की जांच कर रही है और परिवार के सदस्यों से भी पूछताछ कर रही है. अंजलि का मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया गया है.
एक अधिकारी ने बताया कि लापता लोगों का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है. इस वाहन में सवार 11 लोगों में से दो की पहचान ओडिशा के रहने…