
प्रशांत किशोर ने कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में टेक्नोलॉजी का प्रयोग दोधारी तलवार की तरह है. कोई भी प्रक्रिया पूरी तरह फुलप्रूफ नहीं हो सकती. लालू राज में बैलेट पेपर से छेड़छाड़ इस बात का सबूत है.
प्रशांत किशोर ने कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में टेक्नोलॉजी का प्रयोग दोधारी तलवार की तरह है. कोई भी प्रक्रिया पूरी तरह फुलप्रूफ नहीं हो सकती. लालू राज में बैलेट पेपर से छेड़छाड़ इस बात का सबूत है.
जब समकालीन सिनेमा राजनीतिक विमर्शों, हिंसा और ग्लैमर की परिधियों में घूमता प्रतीत होता है, ऐसे समय में देवऋषि की डॉक्यूमेंट्री श्रृंखला ‘सदानीरा’ एक विलक्षण और आध्यात्मिक हस्तक्षेप बनकर उभरती…
बिक्रम मजीठिया की गिरफ्तारी के मामले में आप नेता बलतेज पन्नू ने कहा कि सुखबीर बादल की बातों से बिल्कुल साफ लग रहा है कि उन्हें अपनी और अपने परिवार…